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Thursday, November 3, 2016

सोते समय चार्ज पर लगाते हैं फ़ोन तो जाने ये बाते


- सोते समय अपना फोन चार्ज में लगाते हैं, या फिर सोते समय सोचते हैं कि रात को फोन चार्ज लगा देते हैं और फोन सुबह पूरा चार्ज मिलेगा। अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो आप बहुत गलत कर रहे हैं, क्योंकि इससे आप अपने फोन का बड़ा नुकसान कर रहे हैं। 

- ऐसा करने से ना सिर्फ आपके फोन की बैटरी खराब होती है, बल्कि इससे ब्लास्ट होने का खतरा भी बढ़ जाता है। वहीं ज्यादा देर तक फोन को चार्ज में लगाए रखने से आपके फोन की उम्र भी कम हो जाती है और अगर आपको इससे फर्क नहीं पड़ता है तो आप इसे पूरी रात चार्ज में लगा सकते हैं।

    #आप ये तरीके अपना सकते हे!

      - इसलिए हो सके तो फोन को लंबे समय तक चार्ज ना करें और उसे ओवरहीट ना होने दें। इससे फोन की बैटरी भी खराब होगी और बैटरी के विस्फोट होने का खतरा भी बढ़ जाएगा। साथ ही यह कोशिश करें कि अपने फोन को कम पावरफुल चार्जर से चार्ज करें।

      - ज्यादातर विशेषज्ञ लिथियम-आयन बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज होने के पहले चार्ज करने की सलाह देते हैं. इस तरह की बैटरी में लीथियम पॉलीमर के 0 से 100 प्रतिशत तक चार्ज या आवेशित होने की एक निश्चित गिनती होती है. 

      - अगर फोन की बैटरी के जीरो से फुल चार्ज होने की प्रक्रिया को एक चक्कर माना जाय तो बैटरी के साथ ऐसे कुछ सीमित चक्कर ही दोहराए जा सकते हैं. यह बैटरी की उम्र कही जा सकती है.


      - लीथियम-आयन बैटरी के साथ रातभर चार्जिंग अपेक्षाकृत सुरक्षित होने के बावजूद हर रात फोन चार्ज करने पर यह प्रक्रिया रोज-रोज होगी और फोन को जल्दी ही नई बैटरी की जरूरत पड़ जाएगी.

      - वायरलेस चार्जिंग कंपनी ओशिया के सीईओ और वैज्ञानिक हाटम जीन का कहना है कि टेक्नोलॉजी की मदद से ज्यादातर फोन चार्जिंग की मात्रा को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं. 

      - आजकल ज्यादातर एंड्रॉइड और आईफोन्स को सुरक्षित रखने के लिए उनमें एक विशेष चिप भी लगाई जाती है. इस चिप का काम एक बार फोन के पूरी तरह से चार्ज होने के बाद, जरूरत से ज्यादा करंट एब्जॉर्बिंग को रोकना होता है. 

      - लेकिन यह प्रक्रिया भी लीथियम-आयन (और लीथियम पॉलीमर) को ज्यादा तेजी से खर्च या खराब करता है. ज्यादा चार्जिंग से फोन गर्म हो जाता है. एप्पल की वेबसाइट के अनुसार 95 डिग्री फ़ॉरेनहाइट या 35 डिग्री सेल्सियस डिग्री का तापमान बैटरी की क्षमता को पूरी तरह ख़त्म करने के लिए काफी है.

      - अगर आप अपने फोन की बैटरी को बचाना चाहते हैं तो फोन को गर्म होने से भी बचाना चाहिए. चार्जिंग के समय बैटरी के गर्म होने से लीथियम-आयन तेजी से एक्साइट होते हैं और तेजी से उनकी ऊर्जा भी खत्म होती है. 

      - इसीलिए ऐसा होने पर फोन जितनी जल्दी चार्ज होता है उतनी ही जल्दी डाउन भी हो जाता है. कुछ जानकारों के अनुसार फोन को एक ऐसी सतह पर रखकर, जहां उसके गर्म होने की स्थिति में उसकी सारी ऊष्मा बाहर निकल सकती हो, रातभर चार्ज किया जा सकता है. 

      - लेकिन ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि फोन को रातभर चार्ज करना अगर खतरनाक नहीं भी है तो भी सही नहीं है. बैटरी सालों साल चले इसके लिए फोन को उसके असली या किसी ब्रांडेड चार्जर से 50 और 80 प्रतिशत के बीच चार्ज करके रखा जाना चाहिए.

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